Saturday, January 2, 2010

हरभजन और मोटेरा पि‍च

भारतीय टीम का एक ऐसा गेंदबाज जो मैदान और मैदान के बाहर भी खबरों में बने रहना आसानी से जानता है या यू कहे की खबरों में बने रहने की आदत सी पड गई है,,,,,, भारतीय ऑफ स्‍ि‍पनर हरभजन की ये आदत अब झुटने वाली नहीं,,,,,,, इसका ताजा उदाहरण है मोटेरा पि‍च पर सवाल उठाना भज्‍जी का कहना है की मोटेरा पि‍च टेस्‍ट मैच खेलने लायक ही नहीं थी,,, या यू कहे की भज्‍जी नहीं चले इसलि‍ए बाते बनाने लगे,,,,,,भज्‍जी की यह बात सही है की अहमदाबाद में भारत और श्रीलंका के बीच नवंबर में पहला टेस्‍ट डा रहा साथ ही दोनों टीमों के स्‍ि‍पनर मुथैया मुरलीधरन, अमि‍त मि‍श्रा, और खुद हरभजन सिंह ने 1598 रन देकर केवल 21 वि‍केट ही हासि‍ल कि‍ए थे,,,,, पर अब सवाल यही उठता है की हरभजन ने अहमदाबाद की मोटेरा पि‍च पर सवाल अब क्‍यों उठाए,,,,,,अगर ऐसा था तो हरभजन ने अहमदाबाद में पि‍च को लेकर मैच खत्‍म होने के बाद क्‍यों कोई टि‍प्‍पणी नहीं की,,,,,,और टि‍प्‍पणी भी की तो कोटला में भारत और श्रीलंका के बीच आखि‍री वनडे रदद होने के बाद,,,,,,,,,,,, ये तो शुक्र की बात है की भारत पहले ही वनडे सीरीज अपने नाम कर चुका था नहीं तो भारत के फैंस को कि‍तना धक्‍का पहुंचता इसका अदेशा शायद हरभजन नहीं लगा सकते थे,,,,,,,हरभजन को टीम के सीनि‍यर होने के नाते अपना मुहं बंद ही रखाना चाहि‍ए,,,,,,,, और साथ ही हरभजन को यह भी ध्‍यान रखना चाहि‍ए की 2011 में भारत में ही वर्ल्‍ड कप के मैच होने और सबसे ज्‍यादा 29 मैच भी भारत में खेले जाने है,,,,,,, हरभजन इस तरह के बयान देकर देश की साख और देश के वरि‍ष्‍ठ पि‍च क्‍यूरेटर पर क्‍यों कटाक्ष करने की कोश्‍ि‍श क्‍यों की,,,,,,, इससे तो वि‍श्‍व की बडी टीमों को यही मैसेज जाएगा की भारत की पि‍च खेलने लायक नहीं होती और यहा के क्‍यूरेट पि‍च बनाने में पारगत नहीं है,,,,,,, ऐसा करके हरभजन ने देश और मेरे जैसे फैंस के दि‍ल पर वार कि‍या है जो उन्‍हें नहीं करना चाहि‍ए था,,,,,, हमारा तो भज्‍जी से यही कहना है की भज्‍जी साहब आप सि‍र्फ अपना खेल और खेलते रहे

Thursday, December 31, 2009

2010 में हमारी तमन्‍ना

2010 का इंतजार खत्‍म हुआ और आ गया 1 जनवरी,,,,जि‍सके आने की आहट तो धीमी है पर जहन में कुछ ऐसे सवाल अभी से घर कर गए है की,,, क्‍या पता यह साल भारत के लि‍हाज से अच्‍छा होगा या नहीं,,,,,,,,क्‍या हम आतंकवाद पर फतह हासि‍ल कर पाएंगे,,,,, क्‍या हम लगातार टेस्‍ट और वनडे में नंबर वन बने रहेंगे,,,,,, क्‍या हमें ग्‍लोबल वामिं‍ग से दो चार होना पडेगा,,, इस तरह के सवाल है जो आप सभी के मन को उथल पुथल करेंगे,,,,जि‍सको अपनी हि‍म्‍मत से लडना ही हमारी 2010 की वि‍जय होगी,,,, और इसी वि‍जय की कामना करते हुए मैं इस नये साल का इस्‍तकबाल करता हूं और इसका स्‍वागत करते हुए कहता हूं वेलकम 2010